सफलता के लिये 10 ज्ञान की बातें | Gyan Ki 10 Baatein In Hindi

आप सफल बनना चाहते हो सिर्फ इस वजह से आपके जीवन में कभी सफलता नही आएँगी। जब कभी भी आप अपने आस-पास सफल लोगो को देखते हो, तब ये बात कभी नही भूले की वे भी अपने आप को इन्ही ज्ञान की बातो को मानते है। यह ज्ञान की बाते आपमें अपार उर्जा का निर्माण करेंगी, इसीलिये अपना पुरा ध्यान इस लेख पर दीजिये! जब आप इन ज्ञान की बातो को अपनाओगे, तो आपको सफल बनने से कोई नही रोक सकता।


जीवन में किसी का भला करोगे, तो लाभ होगा, क्योंकि भला (Help) का उल्टा लाभ (Gain) होता है और जीवन (Life) में किसी पर दया करोगे, तो वो याद करेगा, क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।


बड़े सपने बुरे दौर से गुजरे बिना और लोगों की उपेक्षा सहे बिना पूरे नहीं होते हैं। दुनिया सफल होने के बाद आपके साथ आ खड़ी होगी, लेकिन सफलता पाने से पहले तक वह आपके रास्ते में रोड़े हीं अंटकाएगी।


कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है, तो भरकर बाहर आती है। जीवन का भी यही गणित है,जो झुकता है वो ही ज्ञान प्राप्त करता है।


सपने किसी की जागीर नहीं होते, न तो सफलता किसी की गुलाम होती है। सपने तो उनके पूरे हो हीं जाते हैं जो सिद्दत से कोशिश करते हैं। बहाने बनाने वाले बहाने हीं बनाते रह जाते हैं। और बिना रुके कोशिश करने वालों को सफलता मिल जाती है।


अच्छी बाते या चीजे उन्ही के रास्तो में आती है जो सब्र करते है, और सफल व्यक्ति इस बात को अच्छी तरह जानते है। एक ही रात में सफलता बहुत ही कम लोगो को प्राप्त होती है। इसलिए हमेशा धैर्य रखे, हमेशा आगे बढ़ने में ही ध्यान केन्द्रित करे और अपनी आँखे मिलने वाले पुरस्कार पर रखे।


हमें हार को स्वीकार करना सीखना चाहिए। क्योंकि हर किसी के बीते हुए कल में कई ऐसे पल होते हैं, जब हम हालात के हाथों मजबूर होकर वह नहीं कर पाते हैं जो हम करना चाहते हैं।


अगर आप में कोई हुनर नहीं है, तो आपको जिंदगी में कदम-कदम पर मुश्किलो का सामना करना पड़ेगा। इसलिए अगर आप अपने भविष्य अच्छा बनाना चाहते हैं, तो खुद को हुनरमंद बनाइए। खुद को किसी काम का विशेषज्ञ बनाइए।


अपनी कमजोरी और अपने राज किसी को भी नहीं बताने चाहिए। क्योंकि अपने राज जिसे आप खुद दूसरे व्यक्ति को बता रहे हैं, दूसरा व्यक्ति भी आपके राज कभी न कभी किसी न किसी को बताएगा। और इस तरह से आपके राज को बहुत सारे लोग जान जायेंगे।


अहंकार जिसका अर्थ होता है खुद को सबसे ज्यादा श्रेष्ठ समझना और दूसरों को तुच्छ व नीचा। याद रखें जो लोग सिर्फ मैं या अह के भाव के साथ जीते हैं, वे जीवन में कभी भी सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं। इंसान की बर्बादी का कारण उसका अहंकार ही होता है।


सफलता और बहाने एक साथ नहीं चल सकते हैं। इसलिए अगर आपके पास बहाने हैं, तो सफलता को भूल जाइए। और अगर आप सफलता को पाना चाहत हैं, तो बहाने बनाना बंद कर दीजिए।

One Comment

Add a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *