गौतम बुद्ध के प्रेरणादायक विचार | Mahatma Buddha Best Hindi Thoughts & Quotes

महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म 569 ई. पूर्व में कपिल वस्तु में हुआ था। इनका जन्म लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था। महात्मा गौतम बुद्ध बचपन से ही अन्य बालकों से भिन्न थे। उन्होंने अहिंसा को परम धर्म बताया। उन्होंने दया सहानुभूति, मैत्री भावना, अहिंसा आदि का प्रचार किया। महात्मा बुद्ध के उपदेश सीधे-सादे थे। उन्होंने कहा कि संसार दु:खों से भरा हुआ है। महात्मा बुद्ध सारी उम्र धर्म का प्रचार करते रहे। महात्मा गौतम बुद्ध की शिक्षाओं का लोगों पर गहरा प्रभाव पड़ा। आज हम लेकर आये है उनके कुछ ख़ास अनमोल वचन जो आपको आत्मविश्वास और प्रेरणा से भर देंगे। कुछ ऐसे सुविचार बता रहे हैं जिन्हे पढ़कर आप में सकारात्मकता की भावना आएगी।

सभी गलत कार्य मन से ही उपजाते हैं। अगर मन परिवर्तित हो जाय तो क्या गलत कार्य रह सकता है। -गौतम बुद्ध


आप को जो भी मिला है उसका अधिक मूल्याङ्कन न करें और न ही दूसरों से ईर्ष्या करें. वे लोग जो दूसरों से ईर्ष्या करते हैं, उन्हें मन को शांति कभी प्राप्त नहीं होती| -गौतम बुद्ध


एक निष्ठाहीन और बुरे दोस्त से जानवरों की अपेक्षा ज्यादा भयभीत होना चाहिए, क्यूंकि एक जंगली जानवर सिर्फ आपके शरीर को घाव दे सकता है, लेकिन एक बुरा दोस्त आपके दिमाग में घाव कर जाएगा। -गौतम बुद्ध


आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए, और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिये. जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति नहीं मिलती। -गौतम बुद्ध


क्रोधित रहना, किसी और पर फेंकने के इरादे से एक गर्म कोयला अपने हाथ में रखने की तरह है, जो तुम्ही को जलती है| -गौतम बुद्ध


जूनून जैसी कोई आग नहीं है, नफरत जैसा कोई दरिंदा नहीं है, मूर्खता जैसी कोई जाल नहीं है, लालच जैसी कोई धार नहीं है। -गौतम बुद्ध


सत्य के रस्ते पर कोई दो ही गलतियाँ कर सकता है, या तो वह पूरा सफ़र तय नहीं करता या सफ़र की शुरुआत ही नहीं करता| -गौतम बुद्ध


आप चाहे कितने भी पवित्र शब्दों को पढ़ या बोल लें, लेकिन जब तक उनपर अमल नहीं करते उसका कोई फायदा नहीं है| -गौतम बुद्ध


मन और शरीर दोनों के लिए स्वास्थय का रहस्य है- अतीत पर शोक मत करो, ना ही भविष्य की चिंता करो, बल्कि बुद्धिमानी और ईमानदारी से वर्तमान में जियो। -गौतम बुद्ध


हमें हमारे सिवा कोई और नहीं बचाता. न कोई बचा सकता है और न कोई ऐसा करने का प्रयास करे. हमें खुद ही इस मार्ग पर चलना होगा। -गौतम बुद्ध


कोई व्यक्ति इसलिए ज्ञानी नहीं कहलाता क्योंकि वह सिर्फ बोलता रहता है; लेकिन अगर वह शांतिपूर्ण, प्रेमपूर्ण और निर्भय है तो वह वास्तव में ज्ञानी कहलाता है। -गौतम बुद्ध


अपना रास्ता स्वंय बनाएं – हम अकेले पैदा होते हैं और अकेले मृत्यु को प्राप्त होते हैं, इसलिए हमारे अलावा कोई और हमारी किस्मत का फैसला नहीं कर सकता। -गौतम बुद्ध


आप पूरे ब्रह्माण्ड में कहीं भी ऐसे व्यक्ति को खोज लें जो आपको आपसे ज्यादा प्यार करता हो, आप पाएंगे कि जितना प्यार आप खुद से कर सकते हैं उतना कोई आपसे नहीं कर सकता। -गौतम बुद्ध


अपने शरीर को स्वस्थ रखना भी एक कर्तव्य है, अन्यथा आप अपनी मन और सोच को अच्छा और साफ़ नहीं रख पाएंगे। -गौतम बुद्ध


एक शुद्ध निःस्वार्थ जीवन जीने के लिए, एक व्यक्ति को प्रचुरता में भी कुछ भी अपना नहीं है ऐसा भरोसा करना चाहिए। -गौतम बुद्ध

असल जीवन की सबसे बड़ी विफलता है, हमारा असत्यवादी होना। -गौतम बुद्ध


किसी परिवार को खुश, सुखी और स्वस्थ रखने के लिए सबसे जरुरी है- अनुशासन और मन पर नियंत्रण। अगर कोई व्यक्ति अपने मन पर नियंत्रण कर ले तो उसे आत्मज्ञान का रास्ता मिल जाता है। -गौतम बुद्ध


आकाश में पूरब और पश्चिम का कोई भेद नहीं है,लोग अपने मन में भेदभाव को जन्म देते हैं और फिर यह सच है ऐसा विश्वास करते हैं। -गौतम बुद्ध


खुद पर विजय प्राप्त करें- दूसरो के सामने कुछ भी साबित करने से पहले यह जरूरी है कि हम खुद को साबित करें हर इंसान की प्रतिस्पर्धा पहले खुद से होती है इसलिए दूसरों पर जीत हासिल करने से पहले यह जरुरी है कि हम खुद पर जीत हासिल करें। -गौतम बुद्ध


भूतकाल में मत उलझो, भविष्य के सपनों में मत खो जाओ वर्तमान पर ध्यान दो यही खुश रहने का रास्ता है। -गौतम बुद्ध

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