हेलो फ्रेंड्स, आप इस दुनिया में जितने भी सफल व्यक्तियों को देखेंगे तो उनकी सफलता में उनके पिता का अहम किरदार होता है। वे अपने पिता से प्रेरणा पाकर और उनके आदर्शों पर चलकर ही अपने जीवन में कामयाबी को छूते है। शायद इसीलिए कहते हैं कि पिता ईश्वर का रूप होते हैं, क्योंकि खुद
गुरु रविदास जी जयंती सिखों के गुरु ‘श्री गुरु रविदास’ के जन्मदिन का उत्सव होता है। गुरु रविदास जी (1377-1527 C.E.) भक्ति आंदोलन के एक प्रसिद्ध संत थे। उनके द्वारा गाये गए भक्ति गीतों और छंदों ने भक्ति आंदोलन पर स्थायी प्रभाव डाला। उन्हें रैदास, रोहिदास और रूहिदास के नाम से भी जाना जाता है।
महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। लेकिन उनकी जयंती हिन्दी तिथि के अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया को मनाई जाती है। उनके पिता महाराजा उदयसिंह और माता राणी जीवत कंवर थीं। वे राणा सांगा के पौत्र थे। महाराणा प्रताप को बचपन में सभी ‘कीका’ नाम लेकर
परशुराम जयंती भगवान विष्णु के छठे अवतार की जयंती के रूप में मनाई जाती है। यह वैशाख मास की शुक्ल पक्ष तृतीया को पड़ती है। ऐसा माना जाता है कि परशुराम का जन्म प्रदोष काल के दौरान हुआ था और इसलिए जिस दिन प्रदोष काल के दौरान तृतीया होती है उस दिन को परशुराम जयंती
हमारे जीवन में माता-पिता का कितना महत्व है, यदि आप माता-पिता के महत्व को नहीं जानते हैं, तो आप जाकर उनसे पूछें जिनके माता-पिता नहीं हैं, माता-पिता हमारे लिए दुनिया की सारी खुशियाँ खरीद सकते हैं लेकिन बच्चे नहीं। यदि आप मॉम डैड कोट्स खोज रहे हैं तो आप सही जगह पर हैं आपको बहुत
सफल लोग लगातार नई किताबें पढ़ते हैं जैसे बिल गेट्स हर साल 50 किताबें पढ़ते हैं क्योंकि उन्हें उनसे कुछ नई प्रेरणा मिलती है। इसी तरह हम आपके लिए प्रेरणादायक विचारों का संग्रह लेकर आए हैं।
हम आपके लिए लेकर आये हैं “सदगुरु जी” के अनमोल विचार का अनोखा संग्रह जो आपके लिए प्रेरणादायक स्त्रोत हो सकता है आप ऐसे अपने फ्रेंड्स और परिवार के सदस्यों के साथ भी शेयर कर सकते है।