कृष्ण जन्माष्टमी शुभकामनाएं – 2021

भगवान श्री कृष्ण के इस जन्मोत्सव को बनाएं और भी हर्षोलास से, शेयर करें जन्मोस्त्व की बधाइयाँ और कामना करें की इस त्यौहार से सभी के जीवन की नई उमंग का प्रसार हो। हम आपके लिए ऐसी ही शुभकामनाएं लेकर आये है, जिन्हें आप अपने दोस्तों या परिवार के साथ शेयर करें।

श्री कृष्ण के कदम आपके घर आये, आप खुशियो के दीप जलाये, परेशानी आपसे आँखे चुराए, कृष्ण जन्मोत्सव की आपको शुभकामनायें हैप्पी जन्माष्टमी


जन्माष्टमी के इस अवसर पर, हम ये कामना करते हैं कि श्री कृष्ण की कृपा आप पर, और आपके पूरे परिवार पर हमेशा बनी रहे। शुभ जन्माष्टमी!


प्रेम से श्री कृष्ण का नाम जपो, दिल की हर इच्छा पूरी होगी, कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ, उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी।


कृष्ण जिनका नाम, गोकुल जिनका धाम, ऐसे श्री कृष्ण भगवान को हम सब का प्रणाम, जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ


माखन चोर नन्द किशोर, बांधी जिसने प्रीत की डोर हरे कृष्ण हरे मुरारी, पूजती जिन्हें दुनिया सारी, जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ


आप सभी को जन्माष्टमी के पावन अवसर पर हार्दिक शुभकानाएं।


माखन चुराकर जिसने खाया, बंसी बजाकर जिसने नचाया, खुशी मनाओ उसके जन्म दिन की, जिसने दुनिया को प्रेम का रास्ता दिखाया हैप्पी जन्माष्टमी


श्री कृष्ण जन्माष्टमी मंगलमय हो, ओम नमो भगवते वासुदेवाय, जय हो श्री राधे जय हो श्री कृष्ण, हैप्पी जन्माष्टमी


जय श्री कृष्ण! मंगल मूरत आपकी कृपा अपरम्पार ऐसे श्री कृष्ण जी को, हम सबका नमस्कार!


कृष्ण की महिमा, कृष्ण का प्यार; कृष्ण में श्रद्धा, कृष्ण से ही संसार; मुबारक हो आप सबको जन्माष्टमी का त्योहार!


पलकें झुकें, और नमन हो जाए मस्तक झुके, और वंदन हो जाए ऐसी नज़र, कंहाँ से लाऊँ, मेरे कन्हैया कि आपको याद करूँ और आपके दर्शन हो जाए..!!


कृष्‍ण भक्ति की छाँव में दुखों को भुलाओ सब मिलकर प्रेम-भक्ति से हरि गुण गाओ आपको कृष्‍ण जन्‍माष्‍टमी की हार्दिक शुभकामनाएं।


गोकुल में जिसने किया निवास, उसने गोपियों के संग रचा इतिहास, देवकी-यशोदा जिनकी मैया, ऐसे है हमारे कृष्ण कन्हैया! शुभ जन्माष्टमी!


श्री कृष्ण गोविन्द हरे मुरारी, हे नाथ नारायण वासुदेवा, एक मात स्वामी सखा हमारे, हे नाथ नारायण वासुदेवा.. जय श्री कृष्ण


आओ मिलकर सजाये नन्दलाल को, आओ मिलकर करें उनका गुणगान! जो सबको राह दिखाते हैं, और सबकी बिगड़ी बनाते हैं! शुभ जन्माष्टमी!


नन्द के घर आनंद ही आनंद भयो, जो नन्द के घर गोपाल आयो, जय हो मुरलीधर गोपाल की, जय हो कन्हिया लाल की Happy Janmashtami


नाम जपो, दिल की हर इच्छा पूरी होगी, कृष्ण आराधना में लीन हो जाओ, उनकी महिमा जीवन खुशहाल कर देगी।


श्री कृष्ण सदैव आपको सही राह दिखाए, आपके सारे दुःख, सारे कष्ट हर ले जाए !!


मिशरी से मीठे नंद लाल के बोल इनकी बातें हैं सबसे अनमोल जन्‍माष्‍टमी के इस पावन अवसर पर दिल खोल के जय श्री कृष्‍णा बोल। कृष्‍णजन्‍माष्‍टमी की आपको हार्दिक शुभकामनाएं।


मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है


जो है माखन चोर, जो है मुरली वाला, वही है हम सबके दुःख दूर करने वाला।।


हर शाम हर किसी के लिए सुहानी नहीं होती, हर प्यार के पीछे कोई कहानी नहीं होती, कुछ तो असर होता हैं दो आत्मा के मेल का, वरना गोरी राधा, सांवले कृष्णा की दीवानी ना होती


देखो फिर जन्माष्टमी आयी हैं, माखन की हांडी ने फिर मिठास बढ़ाई हैं, कान्हा की लीला हैं सबसे प्यारी, वो दे तुम्हे दुनिया भर की खुशिया सारी Happy Janmashtami


इस जन्माष्टमी पर श्री कृष्णा आपके घर आये और माखन मिश्री के साथ सारे दुःख और कष्ट भी ले जाए


माखन का कटोरा, मिश्री का थाल, मिटटी की खुशबू, बारिश की फुहार, राधा की उम्मीद कन्हैया का प्यार, मुबारक हो आपको “जन्माष्टमी“ का त्यौहार


माखन चुराकर जिसने खाया बंसी बजाकर जिसने नचाया, खुशी मनाओ उसके जन्मदिन की, जिसने दुनिया को प्रेम का पाठ दिखाया


प्रेम से कृष्णा का नाम जपो दिल की हर इच्छा पूरी होगी कृष्णा आराधना में इतना लीन हो जाओ उनकी महिमा, जीवन खुशहाल कर देगी


पवित्र पर्व आज का दिन हैं लिया जनम हमारे कृष्णा ने जिसके लिए सर्वत्र ब्रह्माण्ड प्रसन्न हैं जय किशन, जय किशन जय घोष से विश्व धन्य हैं जय श्री कृष्णा


गाय का माखन, यशोधा का दुलार, ब्रह्माण्ड के सितारे कन्हैया का श्रृंगार। सावन की बारिश और भादों की बहार, नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार।


कृष्णा तेरी गलियों का जो आनंद है, वो दुनिया के किसी कोने में नहीं। जो मजा तेरी वृंदावन की रज में है, मैंने पाया किसी बिछौने में नहीं। जय श्री कृष्णा


कन्हैया हमारे दुलारे, वही सबसे प्यारे, माखन के लिए झगड़ जाये, गोपिया देखकर आकर्षित हो जाये लेकिन सबके रखवाले तभी तो सभी के दुलारे


मेरा आपकी कृपा से, सब काम हो रहा है, करते हो तुम कन्हैया, मेरा नाम हो रहा है। पतवार के बिना हे, मेरी नाव चल रही है, बस होता रहे हमेशा, जो कुछ भी हो रहा हैं। राधे राधे


पल पल हर पल तुमको पुकारू जनम जनम से बाट निहारु कर दे कृपा तोपे तन मन वारू अपने बाग का फूल समझ कर प्रेम करो कृष्णा प्रेम करो कृष्णा..


पलकें झुकें, और नमन हो जाए!! मस्तक झुके, और वंदन हो जाए!! ऐसी नज़र, कंहाँ से लाऊँ, मेरे कन्हैया कि आपको याद करूँ और आपके दर्शन हो जाए..!! कृष्णा जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाये


लोगो की रक्षा करने एक उंगली पर पहाड़ उठाया उसी कन्हैया की याद दिलाने जन्माष्टमी का पावन दिन आया


गोकुल में हैं जिनका वास, गोपियों संग जो करे रास, देवकी-यशोदा जिनकी मैया, ऐसे हमारे किशन कन्हैया


पीला कपड़ा किया है धारण मोर मुकुट भी पहना हैं नृत्य करे संग गोपियों के मुरली इनका गहना हैं जय जय श्री राधे कृष्णा


श्रीकृष्ण के कदम आपके घर आएं, आप खुशियों के दीप जलाएं, परेशानी आपसे आंखें चुराएं, कृष्ण जन्मोत्सव की आपको शुभकामनाएं


जन्माष्टमी पर कान्हा को दिल से याद करें और इस त्योहार के मौके पर उनकी कोई न कोई सीख अपने जीवन में जरूर उतारें। Happy Krishna Janmasthmi


पल पल हर पल तुमको पुकारू जनम जनम से बाट निहारु कर दे कृपा तोपे तन मन वारू अपने बाग का फूल समझ कर प्रेम करो कृष्णा प्रेम करो कृष्णा..


मन को भाये कान्हा की मनभावन मूरत हटती नहीं दिल से उसकी प्यारी सूरत यही तो है कान्हा की महिमा और प्यार मुबारक हो आपको कृष्णा जन्माष्टमी का त्योंहार…


दूध दही चुराकर खाए, मटकियां वो तोड़ गिराए, रूठ कर राधा से जाए, हर पल उसका जी दुखाए, छोटा सा श्याम कमाल करे सबका बेड़ा पार करे शुभ जन्माष्टमी


मुरली मनोहर ब्रिज की धरोहर वि नन्दलाल गोपाल है बंसी की धून पर सब दुःख हरनेवाला मुरलील मनोहर आने वाला है। हैप्पी जन्माष्टमी


रूप बड़ा प्यारा है चेहरा बड़ा निराला है बड़ी से बड़ी मुसीबत कान्हा के पल में टाला है। जय श्री कृष्णा


जय श्री कृष्णा मंगल मूरत आपकी कृपा अपरम्पार ऐसे श्री कृष्ण को हमारा नमस्कार।


काजर डारूँ किरकिरा जो सुरमा दिया न जाये जिन नैनन में पीया बसे तो दूजा कौन समाये जय श्री कृष्णा


जय गोविंदा जय गोपाला मुरली वाले तुम हो नंदलाला जय श्री कृष्णा


राधा की चाहत है कृष्णा, उसके दिल की विरासत है कृष्णा, चाहें कितना भी रास रचा ले कृष्णा, दुनिया तो फिर भी कहती है, राधे-कृष्णा, राधे-कृष्णा।


राधा की भक्ति, मुरली की मिठास, माखन का स्वाद और गोपियों का रास, आओ सब मिलके बनाते हैं, जन्माष्टमी का दिन ख़ास…


दही की हांडी, बारिश की फुहार माखन चुराने आये नन्दलाल हैप्पी जन्माष्टमी


वृंदावन का रास रचइया, आ गया नन्द लाल कृष्ण कन्हैया.. हैप्पी जन्माष्टमी


जो मन को नियंत्रित नहीं करते हैं उनका अपना मन ही उनके लिए सबसे बड़ा शत्रु बन जाता है। कृष्णा जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं


कान्हा की लीला है सबसे प्यारी, वो दें तुम्हें दुनिया भर की खुशियां सारी आप सभी को जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई


भगवान श्री नटखट नंद लाल आपके जीवन में सबकुछ सही करें और कुछ भी गलत नहीं हो। जय श्री कृष्ण।


मन को भाये कान्हा की मनभावन मूरत हटती नहीं दिल से उसकी प्यारी सूरत यही तो है कान्हा की महिमा और प्यार मुबारक हो आपको कृष्णा जन्माष्टमी का त्योंहार…


सबको नाच नचाये प्यारे कान्हा का गान दिल को मोहित कर दे मुरली की मीठी तान राधा संग रास रचाए कृष्णा हर रात तभी तो रहती हर होठों पर कृष्णा की बात सबको कृष्णा जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें…


यमुना के तट पर घुमे मेरा चंचल कान्हा उसका मेरा प्यार जाने ये सारा जमाना मैं हूँ उसकी सदा से वो तो है मेरा मीत सुन ले आज चारों दिशाएं ख़ुशी के गीत सबको कृष्णा जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनायें…


आओ मिलकर सजाये नन्दलाल को, आओ मिलकर करे गुणगान उनका, जो सबको राह दिखते हैं और सबकी बिगड़ी बनाते है, चलो धूम धाम सा मनाये जन्मदिन उनका जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ


फिर कृष्ण जन्माष्टमी आयी है, माखन की हांडी ने फिर मिठास बढ़ाई है कान्हा की लीला है सबसे प्यारी, वो दे तुम्हे दुनिया भर की खुशिया सारी।। नन्द के लाला को हमारा बार-बार नमस्कार।।


गोकुल में जो करे निवास, गोपियों संग जो रचाये रास, देवकी-यशोदा जिनकी मैया, ऐसे हमारे किसन कन्हैया।


बाल रूप है सबको भाता माखन चोर वो कहलाया है, आला आला गोविंदा आला बाल ग्वालों ने शोर मचाया है, झूम उठे हैं सब ख़ुशी में, देखो मुरली वाला आया है, कृष्णा जन्माष्टमी की बधाई!


कन्हिया की महिमा, कन्हिया का प्यार, कन्हिया में श्रद्धा, कन्हिया से संसार, मंगलमय हो जन्माष्टमी का त्यौहार।


राधे जी का प्रेम, मुरली की मिठास, माखन का स्वाद, गोपियों का रास, इन्ही से मिलके बनता है जन्माष्टमी का दिन ख़ास।


फूलों में सज रहे हैं, श्री वृंदा बिपिन बिहारी। और संग में सज रही हैं, श्री वृषभानु की दुलारी।


छीन लूं तुझे दुनिया से मेरे बस में नहीं, मगर मेरे दिल से तुझे कोई निकाल दे, ये भी किसी के बस में नहीं।


वो काला बांसुरी वाला ऐसी रास रचाए सुध-बुध अपनी खो दें गोपियां मुरली ऐसी मधुर बजाए।


जन्मदिन है आज उस नटखट का कान्हा जिसे सब लोग बुलाएं।


लोगों की रक्षा करने, एक अंगुली पर पहाड़ उठाया, उसी कन्‍हैया की याद दिलाने जन्‍माष्‍टमी का पावन दिन आया।


सिर्फ गुलाब मोहब्बत का पैगाम नही होता चाँद-चांदनी का प्यार सरेआम नही होता प्यार होता हैं मन की निर्मल भावना से वरना यू ही राधाकृष्ण का नाम नही होता।


ओ पालन हारे निर्गुण ओ न्यारे, तुमरे बिन हमरा कोनो नाहीं, हमरी उलझन सुलझाओ भगवन, तुम्ही हमको है संभाले, तुम्ही हमरे रखवाले।


कर भरोसा राधे नाम का धोखा कभी न खायेगा, हर मौके पर कृष्ण तेरे घर सबसे पहले आयेगा।


मटकी तोड़े, माखन खाए फिर भी सबके मन को भाये, राधा के वो प्यारे मोहन, महिमा उनकी दुनिया गाये।


हे लालों के लाल हमारे प्‍यारे ठाकुर नंद लाल, बुराई से सबकी रक्षा करो, दुखों का तुम संहार करो। श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई।


एक तरफ सांवले कृष्ण और दूसरी तरफ राधिका गोरी, जैसे एक -दूसरे से मिल गए हों चाँद -चकोरी। हैप्पी जन्माष्टमी।


जो व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक ही रूप में देखता हैं वही ज्ञानी हैं और उसी का नजरिया बिलकुल सही होता हैं।


हे मन, तू अब कोई तप कर ले, एक पल में सौ-सौ बार श्री कृष्ण नाम का जप कर ले, हैप्पी श्री कृष्ण जन्माष्टमी।


होता है प्यार क्या? दुनिया को जिसने बताया दिल के रिश्तों को जिसने प्रेम से सजाया आज उन श्री कृष्ण का जन्मदिन है


आपके घर में भी हो शोर, जब माखन खा ले, माखन चोर, जय हो नन्द के लाल की, हैप्पी जन्माष्टमी


कान्हा रे थोड़ा सा प्यार दे, चरणों में बैठा के तार दे, जय श्री कृष्णा


अगर तुमने राधा के कृष्ण के प्रति समर्पण को जान लिया, तो तुमने प्यार को सच्चे अर्थों में जान लिया


मेरे तो एक ही गिरधर गोपाल दूजा न कोई, जाके सर मोर मुकुट है, मोरे प्रभु सोई, कृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएँ


भगवान् श्री कृष्ण स्वयं आप के घर आये, आप ख़ुशी से दिए जलाये, इस महोत्सव को आप बड़े धूम-धाम से मनाएँ, हमारी तरफ से कृष्ण जन्मोत्सव की ढेर सारी शुभकामनाएँ


कैसे तुम बिन जीए जा रहे है, तेरे मिलने की उमीद लेकर, गम के आंसू पीये जा रहे है, श्याम सुन्दर कहाँ खो गए हो हमें कुछ बताओं प्यार तुमसे किये जा रहे है


मुरली मनोहर कृष्ण कन्हैया, यमुना तट पर विराजे है, मोर मुकुट पर, कानों में कुंडल, कर में मुरलिया साजे है


न द्वारका में मिले विराजे, बिरज की गलियों में भी नही हो, न योगियों के हो ध्यान में तुम, अहं जड़े ज्ञान में नही हो, तुम्हें ये जग ढूढ़ता है मोहन, मगर इसे ये ख़बर नही हैं, बस एक मेरा है भाग्य मोहन, अगर कहीं हो तो तुम यही हो


मिश्री से मीठे नन्द लाल के बोल, इनकी बातें हैं सबसे अनमोल, जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर, दिल खोल के जय श्री कृष्ण बोल


चोरी करे ये दुनिया सारी, तुम्हे पुकारे माखन चोर, तेरी चोरी सबको प्यारी, ऐसी चोरी हो तो कैसा शोर। जय श्री कृष्णा!


मेरे कान्हा बड़े निराले, सबकी बिगड़ी बनाते है। एक बार जो दिल से पुकारे, तुरंत दौड़े आते है।। जय श्री कृष्णा!

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