नेताजी सुभाष चन्द्र का जन्म 23 जनवरी, 1897 में कटक (उड़ीसा) में हुआ। नेताजी सुभाष चन्द्र बोस भारतीय राष्ट्रीय संग्राम में सबसे अधिक प्रेरणा के स्रोत रहे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारत के नौजवान लोगों को नारा दिया “तुम मुझे खून दो, में तुम्हे आजादी दुंगा”। इस नारे के बाद सभी जाति और धर्मों
गुरु रविदास जी जयंती सिखों के गुरु ‘श्री गुरु रविदास’ के जन्मदिन का उत्सव होता है। गुरु रविदास जी (1377-1527 C.E.) भक्ति आंदोलन के एक प्रसिद्ध संत थे। उनके द्वारा गाये गए भक्ति गीतों और छंदों ने भक्ति आंदोलन पर स्थायी प्रभाव डाला। उन्हें रैदास, रोहिदास और रूहिदास के नाम से भी जाना जाता है।
समय दुनिया की सबसे कीमती वस्तु है। समय, सफलता की कुंजी है। समय की बर्बाद ही विकास की राह में सबसे बङा शत्रु है। हमें समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। एक बार हाथ से निकला हुआ समय कभी वापस नही आता है। समय सदैव अपने ढंग से चलता रहता है। समय ही सबका संचालन करता
खुशहाल जीवन बिताने और सफलता हासिल करने के लिए प्रत्येक मनुष्य के जीवन में शिक्षा सबसे जरूरी होती है। शिक्षा के द्वारा ही मनुष्य बड़ी से बड़ी सफलताएं हांसिल करता है। यह जीवन हर इंसान के जीवन का महत्वपूर्ण समय होता है। इस बार हम ऐसी ही अद्भुत तीन बातें सुविचारों का संग्रह प्रकाशित कर
जीवन में प्रसन्न रहना बहुत ही आवश्यक होता है। अगर आप जीवन में प्रसन्न नहीं हैं तो आपको सबसे पहले प्रसन्न रहने का कारण ढूंढना ही होगा। मनुष्य को अपने हर एक कार्य को पूरा करने के लिए ख़ुशी के साथ कहना बहुत ही आवश्यक है। भले ही आपके पास जितने भी धन दौलत हो
क्रोध किसी व्यक्ति की एक शारीरिक प्रतिक्रिया है। जब कोई कार्य अथवा स्तिथी किसी व्यक्ति के अनुकूल न हो तो यह भावना अपने आप उपज जाती है। हालाँकि इसका परिणाम हमेशा नुकशानदायक होता है। गुस्से/क्रोध से शरीर को भी नुक़सान होता है। परन्तु फिर भी यह भावना लोगों में अक्सर देखने को मिलती है। क्रोध
स्टूडेंट लाइफ संपूर्ण जीवन का स्वर्णिम काल है। यह जीवन हर इंसान के जीवन का महत्वपूर्ण समय होता है। स्टूडेंट्स के लिए यह जीवन अपने भावी जीवन को ठोस नींव प्रदान करने का सुनहरा अवसर है। यह चरित्र-निर्माण का समय है। गुण- अवगुण, अच्छा-बुरा, पुण्य-पाप, धर्म- अधर्म सब जगह है। इसलिए स्टूडेंट लाइफ में ही
आत्मविश्वास हमारी सफलता की कुंजी है अर्थात कामयाबी की तरफ उठाया गया हमारा पहला कदम है। यदि किसी योद्धा में आत्मविश्वास अथवा खुद पर यकीन है तो यह अपना आधा युद्ध जीत चूका है। यह प्राणी की आंतरिक भावना है। आत्मविश्वास के बिना जीवन में सफल होना अनिश्चित है। वे लोग जो अपने काम, पढाई
महात्मा गौतम बुद्ध का जन्म 569 ई. पूर्व में कपिल वस्तु में हुआ था। इनका जन्म लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ था। महात्मा गौतम बुद्ध बचपन से ही अन्य बालकों से भिन्न थे। उन्होंने अहिंसा को परम धर्म बताया। उन्होंने दया सहानुभूति, मैत्री भावना, अहिंसा आदि का प्रचार किया। महात्मा बुद्ध के उपदेश सीधे-सादे थे।
अब्राहम लिंकन अमेरिका के 16वें राष्ट्रपति थे,अब्राहम लिंकन ईमानदार और खुले विचारों वाले इंसान थे। अब्राहम लिंकन इतिहास में सबसे मशहूर भी थे आइये जानते है कि आखिर अब्राहम लिंकन की कौन सी बातें और सोच उन्हें मशहूर बनाती है।